भाभी की गांड का दीवाना बना

मेरे प्यारे दोस्तो मैं vasna sex stories पर आपके लिये अपनी bhabhi sex story hindi में लेकर आया हूं उम्मीद है आपको यह मेरी bhabhi sex story hindi पसंद आयेगी अब मैं आपको अपनी गरम bhabhi sex story बताता हूं

Bhabhi Sex Story Hindi

मेरा नाम आलोक है मेरी उम्र 29 साल की है मेरा लंड बहुत मस्त है इसकी तारीफ़ मैं नहीं इसका शिकार हुई लौंडियों और भाभियों ने की है ये मेरी और मेरी एक मदमस्त भाभी की चुदाई की कहानी है

मैं आपको कहानी विस्तार से बताता हूं मेरा स्कूल खत्म हो चुका था अब मुझे कॉलेज जाना था इस वजह से मुझे दूर शहर में भेज दिया गया मेरी पड़ोस की एक आंटी की बहू और बेटा वहां रहते थे

पापा ने मुझे उनका पता आदि देकर मुझे भेज दिया मैं जब वहां गया और उनके घर जाकर मैंने उनका दरवाजा खटखटाया तो भाभी ने दरवाजा खोला

मैं तो बस भाभी को देखता ही रह गया उफ्फ्फ क्या मादक जिस्म था खुले काले लंबे बाल गोरे गाल लाल होंठ बड़े बड़े दूध सपाट पेट चौड़ी गांड मैं तो मदहोश हो गया था

तभी भाभी ने प्यारी सी आवाज़ में कहा अरे आलोक तुम आ गये मम्मी जी का फ़ोन आया था कि आलोक आ रहा है

मैं – हां भाभी मैं आ गया

भाभी – चलो अन्दर आ जाओ

यह कह कर भाभी मुड़ीं तो मुझे उनकी गांड दिखी उफ्फ्फ हिलती हुई गांड बड़ी मस्त लग रही थी मैं तो भाभी की गांड का दीवाना हो गया उनके दोनों चूतड़ जब थिरक रहे थे तो ऐसा लग रहा था मानो एक दूसरे से बातें कर रहे हों

उनके दोनों चूतड़ों के बीच में छुपा हुआ मज़े से भरा हुआ गांड का छेद कैसा होगा मैं तो बस इस कल्पना को लेकर सोचता ही रह गया मैं उनके सेक्सी शरीर की मदहोशी में सोफे पर जाकर बैठ गया

भाभी मेरे लिये पानी लाई फिर भाभी बैठ कर मुझसे बातें करने लगीं भाभी ने बताया कि भईया तो ऑफिस के काम से 10 दिन के लिये टूर पर गये हैं मैं अकेली ही घर में हूँ

उनकी इस बात को सुनते ही मेरे दिल में भाभी को चोदने का ख्याल आने लगा इससे पहले मैं आगे बढूं पहले आप सभी को भाभी के बारे में बता दूं कि भाभी का फिगर 38-34-36 का है और उनकी उम्र 35 साल की है

भाभी इतनी सेक्सी दिखती हैं कि उनको जो भी बंदा एक बार देख ले बस वो उसी पल से भाभी को अपने बिस्तर की रानी बनाने की सोचने लगेगा चूंकि पिता जी का फोन आ चुका था कि मुझे भाभी भईया के घर ही रहना है तो भाभी ने मुझे मेरा कमरा दिखा दिया

मैंने अपना सामान रूम में सैट कर दिया और भाभी के साथ बातें करता रहा रात में भाभी ने खाना लगाया तो मैं टेबल पर बैठा था इस वक्त भाभी ने एक नीले रंग की झीनी सी नाईटी डाली हुई थी जिसमें से उनका गोरा बदन चमक रहा था

नाईटी जरा चुस्त थी तो भाभी के मोटे मम्में मानो जैसे अभी बाहर फट पड़ेंगे ऐसा साफ़ दिख रहा था नाईटी में मम्मों के निप्पलों के ऊपर वाली जगह में एक स्टार जैसा कुछ चमकदार नग सा लगा था जोकि उनके मम्मों को और भी पूरा दिखाते हुए भी ढक रहा था

एक इस गहरे गले वाली नाईटी में से भाभी मुझे झुक कर खाना दे रही थीं जिससे मुझे न केवल ऊपर से बल्कि अन्दर से भी उनके पूरे हिमालय के दर्शन हो रहे थे

मैं उनके हाव भाव से समझ गया कि भाभी आज मुझसे चुदने को राजी हैं मैंने और भाभी ने खाना खाया और रूम में आ गये कुछ देर मैं भाभी के रूम में ही रहा

उसी वक्त भाभी बोलीं – अब तुम सो जाओ मैं नहा लूं

मैंने आश्चर्य जताया कि भाभी ये कौन सा वक्त है नहाने का ?

भाभी बोलीं – मैं रात में नहा कर ही सोती हूँ

ये कहते हुए भाभी ने दोनों हाथ ऊपर करके अपने मम्में हिला दिए मैं तो उनकी इस अदा से पागल ही हो गया मुझे दीवाना सा देख कर भाभी मुस्कुरा कर नहाने चली गई

मैं अपने कमरे में आ गया लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी बस बार बार भाभी के मम्में आंखों में आ रहे थे कुछ देर बाद मैं भाभी के पास आया तो भाभी बिस्तर में लेटी थीं

मैं बोला – भाभी मुझे नींद नहीं आ रही है क्या मैं आपके पास सो सकता हूँ ?

भाभी ने हां कर दी मैं बस अगले ही एक पल भाभी के पास लेट गया और बिना कुछ सोचे उनसे लिपट गया मुझे उम्मीद थी कि भाभी कुछ विरोध करेंगी मगर भाभी ने मुझे अपनी बांहों में समा लिया

मैंने सबसे पहले भाभी के मम्मों में मुंह लगा दिया उफ्फ्फ कितने नर्म मम्में थे भाभी पहले तो ना ना करने लगीं क्या कर रहे हो आलोक छोड़ भी दो उफ्फ्फ्फ बदमाश मैं भाभी की कुछ नहीं सुन रहा था और भाभी के मम्मों से पूरा लिपट गया था

मेरे लगातार मम्में चूसने के बाद भाभी ने मुझे रोकना बंद कर दिया और मुझे अपनी उफनती जवानी में डुबकी लगाने दिया काफी देर बाद मैंने भाभी के मम्मों को छोड़ा

इसके तुरंत बाद मैंने उनकी नाईटी को निकाल कर फेंक दिया और खुद भी नंगा हो गया भाभी भी मेरे लंड को देखकर एकदम से मोहित हो गई उनकी चुदास भड़क उठी और वो मेरे लंड को पकड़ कर हिलाने लगीं

मैंने कहा – भाभी जी सब्र करो आज मेरा केला आपको ही मिलने वाला है

भाभी बोलीं – इसे देख कर तो सब्र ही नहीं होता पहले एक बार प्यास बुझा दो फिर बाद में बाकी का खेल कर लेंगे

मैंने उनकी बात से सहमति जताते हुए उनकी टांगें फैला दीं और दोनों टांगों के बीच में आकर अपने लंड को निशाना दिखाने लगा भाभी ने लंड को चूत की फांकों में फंसाया और गांड उठा कर सुपारा फंसा लिया

इधर सुपारे का फंसना हुआ और उधर मैंने ठोकर मार दी भाभी की मां चुद गई उनके मुंह से दर्द भरी आह्ह निकल गई उम्म्ह अहह हय ओह भाभी की आंखें फैल गई और उनकी मुट्ठियों ने बिस्तर की चादर को भींच लिया

मैं बिना कोई परवाह किये पूरा का पूरा लंड भाभी की रसीली चूत में डालने लगा पूरा लंड पेलने के बाद मैं एक पल के लिये रुका और उनके मम्मों को पकड़ कर दबादब चोदने लगा

एक मिनट में ही भाभी की चूत मस्त हो गई और मेरे लंड का उछल उछल कर स्वागत करने लगी मैं काफी देर तक भाभी को चोदता रहा उनकी गांड को सहलाते हुए मम्में चूसते और काटते हुए चुदाई की गति को तेज से तेज करने लगा

भाभी भी मेरे मोटे लंड से चुद कर जन्नत का मजा ले रही थीं भाभी ने मुझे अपने मम्मों से चिपका लिया और मेरे बालों में हाथ फेरते हुए लंड की ठोकरों का मजा लेने लगीं सच में भाभी की चुदाई में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था

कुछ ही देर में भाभी की तेज आह्ह निकलने लगीं और वे झड़ गई उनके झड़ने के कुछ पल बाद मैंने भी अपने लंड का पूरा रस भाभी की चूत में ही भर दिया स्खलन के आनन्द से हम दोनों की आंखें मुंद गई थीं

एक मिनट बाद जब सैलाब बह गया तो हम दोनों भाभी देवर सेक्सी बातें करने लगे मुझे भाभी की नंगी गांड बहुत मस्त माल लगी थी मैं बार बार भाभी की गांड पर हाथ फेर रहा था और उंगली भी कर रहा था

उंगली के स्पर्श से भाभी अपनी गांड को उचका रही थीं कुछ देर बाद एक और दौर चुदाई का चला और हम दोनों नंगे ही लिपट कर सो गये मैं सुबह उठा तो भाभी से चिपका हुआ था

मैंने उनके मम्मों को चूसना शुरू किया और अपने खड़े लंड को एक बार फिर से भाभी की चूत में पेल दिया चुदाई का जलजला फिर से अपनी छटाएं बिखेरने लगा मैंने भाभी की चूत चोद दी और फिर से सो गया

काफी देर बाद जब मैं उठा तो भाभी रसोई में चली गई थीं मैं उठ कर रसोई में गया भाभी को पीछे से पकड़ लिया और मस्ती करने लगा

भाभी बोलीं – अभी तक मन नहीं भरा तुम्हारा ?

मैं – नहीं भाभी जब आप जैसी सेक्सी माल भाभी हो तो किस देवर का मन भरेगा

भाभी – तुम बहुत शैतान हो यू नॉटी

तभी दरवाज़े पर दस्तक की आवाज़ हुई मैं भाग कर कमरे में जाकर अपना बरमूडा पहनने लगा उधर भाभी ने भाग कर दरवाज़ा खोला और उनको अन्दर बुला लिया

मैंने वापस आ कर देखा कि ड्राइंग रूम में भाभी की दो सहेलियां अपने 4 बच्चों के साथ आई हुई थीं सब लोग आपस में मिल कर बात करने लगे उनकी बातचीत से मालूम हुआ कि उन तीनों को मार्किट जाना था

भाभी ने मुझसे उन बालकों को शाम तक घर रहने की बोला और वो चली गई इधर मुझे भाभी को चोदने की आग लगी थी मेरी चाहत जैसी चाहत ही शायद भाभी की भी थी इसलिये वो अपनी सहेलियों से पीछा छुड़ा कर एक घंटे में ही बाजार से वापस घर आ गई

वे अपनी सहेलियों के बच्चों को बाहर वाले कमरे में बिठा कर कमरे में चली गई भाभी ने अपने कमरे में जाकर ड्रेस बदल ली अब भाभी फिर से नाईट ड्रेस में आ गई थीं

मैंने भाभी को पकड़ा और अलग ले जाकर चुम्मी लेने लगा उधर भाभी की सहेलियों के बच्चे आवाज देने लगे आप कहां हो आंटी ?

तो भाभी भाग कर उनके पास चली गई मैंने भाभी को इशारा किया कि अब नहीं रहा जाता बस जल्दी से चुदवा लो उधर वे चार बच्चे जान की आफत बनाये हुए थे भाभी से उन सब बच्चों को लुका छुपी खेलने को कहा

मैंने कहा – सिर्फ बच्चे ही क्यों हम सभी लुका छिपी खेलते हैं ना

मेरी बात सुनकर सब तैयार हो गये मैं भी साथ में खेलने लगा फिर एक जना बारी देने जाता तो सब छिप जाते दो बार का खेल तो सामान्य हुआ तीसरी बार में मैं भाभी को लेकर रूम में ही छिप गया

भाभी इस वक्त मेरे आगे खड़ी थीं मैंने पीछे से उनकी नाईटी उठाई और पैंटी नीचे करके उनकी चूत में लंड पेल दिया भाभी बड़ी मुश्किल में अपनी आवाज दबा सकी थीं मैं भाभी को पकड़ कर चोदने लगा

भाभी मुझे मना कर रही थीं और वे मुझसे छूटने की कोशिश कर रही थीं तभी मेरी पकड़ ढीली हुई और भाभी उठ कर भागने लगीं मैंने फिर से उनको पकड़ लिया और एक कोने में ले जाकर पीछे से अपना तन्नाया हुआ लंड उनकी चूत में घुसा दिया

भाभी के मम्मों को दबाते हुए मैंने चुदाई के बहुत मज़े लिये चुदाई पूरी करके मैंने लंड को उनकी नाईटी से ही पौंछा और बरमूडा ऊपर कर लिया मैं अभी उनको छोड़ना नहीं चाहता था पर भाभी बाहर भागने को हो गई थीं

तभी कुछ ही देर में हमारे वाले इस कमरे के बाहर सब बच्चे एक साथ खड़े हो कर आवाज लगाने लगे थे

भाभी – आलोक अभी इतना ही रहने दो सब आ गये हैं

इतना कह कर वे अपनी गांड मटका कर चलते हुए दरवाजा खोलने चली गई

मैं बेड पर आ गया थ और उधर से ही भाभी की मटकती हुई गांड को देख रहा था भाभी दरवाजा खोल कर अपनी सहेलियों के बच्चों से बात करने लगीं

एक बच्चा बोला – आंटी आप मिल गई आपने कितनी देर में दरवाजा खोला वो भईया कहां हैं ?

तभी मैंने पीछे से आकर भाभी की गांड पर दांत से काट लिया भाभी चहक गई और मुझे दूर करने लगीं

भाभी – जाओ आलोक अपने भईया को कहीं और ढूंढ लो वो इधर नहीं हैं

इतना बोल कर भाभी ने दरवाजा बंद कर लिया मैंने करीब आकर भाभी को अपनी गोद में उठा लिया और ले जाकर बिस्तर पर पटक दिया फिर मैं उनकी चूत खोल कर उनको चोदने लगा

मैं फिर से भाभी के मम्मों से लिपट गया और उनके मोटे मम्मों को मुंह में भर कर चूसते हुए भाभी को चोदने लगा कुछ देर में फिर से दरवाज़ा बजने लगा पर इस बार मैं नहीं रुका मैं भाभी को ज़ोर से चोद रहा था

कुछ देर में लंड की पिचकारी पर पिचकारी निकलीं और मैंने भाभी के मम्मों को ज़ोर से मुंह में भर कर कस कर माल निकाल दिया मुझे बहुत मज़ा आया भाभी के मम्मों पर दांतों के निशान हो गये थे

मुझे भाभी से अलग होने का मन नहीं था पर होना पड़ा क्योंकि बच्चे परेशान करने लगे थे भाभी ने दरवाज़ा खोल दिया वे नाईटी डाल कर बच्चों के साथ बाहर जाकर बैठ गई और उनसे बातें करने लगीं

इधर मैं भी कपड़े पहन कर बाहर आ गया और बैठ गया शाम होने को थी बच्चे अपने घर जाने वाले थे मेरा मन तो भाभी की गांड में अटका हुआ था मैं बार बार जब भी मौका मिलता भाभी के मम्मों को और गांड को दबा देता था

फिर उनकी सहेलियां आकर बच्चों को ले गई हम भाभी देवर फिर से एक हो गये जब तक भईया टूर से वापस नहीं आ गये हम दोनों ने जी भरके चुदाई का मजा लिया मैंने भाभी की गांड भी मार ली थी

उसकी कहानी मैं अगली बार लिखूंगा मेरे दिन मज़े से निकलने लगे थे इसी बीच मुझे पता लगा कि भाभी अपनी सहेली के भांजे से भी चुद चुकी हैं ये सुनकर मुझे बहुत जलन हुई कि इतनी सेक्सी सुन्दर भाभी को किसी और ने भी लूट लिया है

यह bhabhi sex story मैं आपको बाद में बताऊंगा इस बारे में मैंने भाभी को चोदते हुए एक दिन पूछ लिया था और भाभी ने भी मज़े से बता दिया था कि कैसे वो सहेली के भांजे से चुद गई थीं

फिर मैंने भी भाभी की मदद से भाभी की सहेली को चोद दिया था यह bhabhi sex story hindi कैसी लगी आपको मुझे जरूर बताना और hindi sex story पढ़ने के लिये आप vasna sex stories com पर आते रहे

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